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LIBRARY DEPARTMENT
पुस्‍तकालय विभाग

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दुनिया एक किताब है और वो जो घूमते नहीं बस एक पेज पढ़ पाते हैं|     अच्छे मित्र, अच्छी किताबें, और साफ़ अंतःकरण : यही आदर्श जीवन है|

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Thursday 30 July 2020

हिंदी साहित्य के युग प्रवर्तक मुंशी प्रेमचंद का जन्म दिवस


आधुनिक हिंदी साहित्य के "राजा" का 140 वां जन्मदिन
हिंदी साहित्य के युग प्रवर्तक मुंशी प्रेमचंद


प्रिय छात्रों और शिक्षकों,
आपको आधुनिक हिंदी साहित्य के "राजा" श्री मुंशी प्रेमचंद का 140 वां जन्मदिन मनाने के लिए सौहार्दपूर्वक आमंत्रित किया जाता है।

पुस्तकालय विभाग के माध्यम से हमने कुछ प्रतियोगिताओ का आयोजन किया है। ।

कार्यक्रम का विवरण इस प्रकार है:

1.प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
2.चित्रकला प्रतियोगिता
3.निबंध लेखन अथवा जीवनी(जीवन परिचय)


छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे शुभ अवसर में शामिल हों और भागीदारी करें।
शीर्ष प्रतिभागियों को ई प्रमाण पत्र मिलेगा।
प्रतिस्पर्धा के लिए इस पृष्ठ पर नीचे की ओर जाएं।
**लिंक 01 अगस्त 2020 की रात 8:00 बजे तक सक्रिय रहेगी|**


    

मुंशी प्रेमचंद पर आधारित प्रतियोगिता


मुंशी प्रेमचंद


मुंशी प्रेमचंद की जीवनी हिंदी में | मुंशी प्रेमचंद की प्रेरणादायक जीवनी


मुंशी प्रेमचंद का जन्म नाम (1880 - 1936) धनपत राय श्रीवास्तव था। वह हिंदी उपन्यासों का इतना प्रचंड लेखन थे कि उन्हें उपनिषद सम्राट (उपन्यासों का राजा) के नाम से जाना जाता है। उन्होंने पहले एक कलम नाम "नवाब राय" के साथ लिखा, लेकिन बाद में "प्रेमचंद" में बदल दिया। उनकी रचनाओं में एक दर्जन से अधिक उपन्यास, लगभग 250 लघु कथाएँ, कई निबंध और कई विदेशी साहित्यिक कृतियों के हिंदी में अनुवाद शामिल हैं। उनका पहला काम 1903 में प्रकाशित असरार-ए-माबिद (उर्दू) या देवस्थान रहस्या (हिंदी) था।

लेखन शैली:
प्रेमचंद पहले हिंदी लेखक थे जिनके लेखन में यथार्थवाद को दर्शाते हुए यथार्थवाद प्रमुखता से उभरा। उनका काम विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता पैदा करता है। उनके कार्यों में अक्सर भ्रष्टाचार, बाल विधवापन, वेश्यावृत्ति, सामंती व्यवस्था, गरीबी, उपनिवेशवाद और स्वतंत्रता संग्राम का चित्रण है। उनके उपन्यासों में गरीबों और शहरी मध्यवर्ग की समस्याओं का वर्णन है।

महत्वपूर्ण कार्य
गोदान (1936) मुंशी प्रेमचंद का अंतिम पूर्ण काम था और आमतौर पर उनके सर्वश्रेष्ठ उपन्यास के रूप में स्वीकार किया जाता है। नायक, होरी, एक गरीब किसान, एक गाय के लिए काफी समय से तरस रहा है, ग्रामीण भारत में धन और प्रतिष्ठा का प्रतीक है। अन्य महत्त्वपूर्ण कृतियाँ हैं- सेवा सदन, रंगभूमि, प्रतिज्ञा, कायाकल्प, गबन, कमलाभूमि आदि।


प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता


महत्वपूर्ण निर्देश
***IMPORTANT INSTRUCTIONS***
1) MENTION YOUR NAME ,CLASS,SECTION, (e.g. KRISHNA,VIIA,)
2) DON’T PLAY WITH PSEUDONYMOUS NAMES.
3)THE TOPMOST WINNER FOR THIS QUIZ WILL BE AWARDED.

***FILL YOUR DETAIL LIKE THIS***👇



*** महत्वपूर्ण निर्देश ***
1) अपने नाम, वर्ग, अनुभाग, (उदाहरण, कृष्ण, VIIA, ) का उल्लेख करें
2) आभासी नाम के साथ मत खेलो। ।
3) इस प्रश्न के लिए शीर्ष विजेता को पुरस्कृत किया जाएगा।

प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के लिए यहां क्लिक करें


परिणाम: मुंशी प्रेमचंद पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता दिनांक: 31.07.2020


S.No NAME SCORE
1. Sudeeksha S 10160
2. Anisha M 9290
3. B.RAGAVAN 6920

निबंध लेखन अथवा जीवनी(जीवन परिचय)


अपना निबंध लेखन अपलोड करने के लिए यहां क्लिक करें।


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